/* ads */

सफलता की कहानी श्री शरद वर्मा

rahul
0

भाऊसाहब भुस्कुटे स्मृति लोक न्यास के अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र गोविंद नगर नर्मदापुरम के उधानिकी वैज्ञानिक लवेश कुमार चौरसिया ने केसला विकास खंड के सोमलवाडा खुर्द ग्राम में  प्रगतिशील किसान शरद वर्मा जी के खेत पर पिछले वर्ष नई फसलों जैसे ब्रोकली एवं टमाटर की उन्नत प्रजाति काशी अमन को लगवाया गया था जिसका उन्होंने अपने खेत में  सफलतापूर्वक उत्पादन किया है इस वर्ष भी कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा इस रबी मौसम में स्ट्रोबेरी भी लगवाई गई है साथ ही साथ उन्होंने केंद्र पर उत्पादित हल्दी की उन्नत प्रजाति राजेंद्र सोनाली किस्म  का 3 क्विंटल बीज 30000  रुपये में खरीदा था उन्हें समय समय पर वैज्ञानिको का मार्गदर्शन दिया गया और समय समय पर उनके खेत पर भी भ्रमण किया गया


 उनके एक एकड में लगाने पर बीज,खाद, ड्रिप, मल्चिंग, श्रमिक की लागत जोडकर 1 लाख 50  हजार का खर्च आया

जिससे उनके यहाँ प्रति एकड़ 100 किन्टल लगभग जैविक हरी हल्दी का उत्पादन हुआ है इसी को उन्होंने प्रोस्सेड कर सुखाया है जिससे उनको 20 किन्टल हल्दी प्राप्त हुई है 

इसे वह 200 रुपये प्रति किलोग्राम विक्रय कर रहे है जिससे उनकी कुल आय लगभग 4 लाख  हुई है उनको 1.5 लाख लागत घटाकर शुद्ध बचत लगभग 2.5  लाख की हुई है इसके लिए उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र गोविंदनगर नर्मदापुरम के वैज्ञानिकों का आभार व्यक्त किया है और अन्य किसानों को भी हल्दी की खेती करने की सलाह दी है जिससे अधिक आय प्राप्त की जा सके 




इसके अतिरिक्त उन्होंने स्वयं द्वारा विकसित सेम की कुंआरी किस्म की खेती 5 एकड में लगा रखी हैं और इसका विपणन लखनऊ में कर अधिक आय प्राप्त करते हैं 




इसी के साथ साथ वह 90 एकड में मक्का लगाकर मक्के से साईलेज बनाकर गौशालाओं को एवं अन्य बाजार में बेच रहे है जिससे उनको मक्के की तुलना में अधिक आय प्राप्त कर रहे हैं अन्य किसान भाई भी उनसे प्रेरणा ले रहे है 

 

कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख डॉ संजीव कुमार गर्ग ने बताया है कि केंद्र जिले में पिछले पांच वर्षो से लगातार किसानों के यहाँ फसल विविधिकरण पर कार्य कर रहा है जिससे जिले के किसान अन्य फसलो की तरफ आकर्षित होकर अधिक आय प्राप्त कर रहे है एवं किसानो को कृषि रोजगार से जोड़ा जा रहा है
















Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)