ग्राम नगवाड़ा के प्रगतिशील किसान हरिगोविन्द कुशवाहा ने कृषि विज्ञान केंद्र,
गोविंदनगर से प्राप्त JR 206 धान के बीज से खेती कर नई सफलता प्राप्त की है। उन्होंने
बताया कि इस किस्म के धान की प्रमुख विशेषता यह है कि यह कम समय में पककर तैयार हो
जाता है,
जिससे फसल का चक्र तेजी से पूरा होता है। साथ ही,
इस किस्म में बीमारियों और कीटों का आक्रमण भी अपेक्षाकृत
कम होता है, जिससे फसल सुरक्षित रहती है और उत्पादन में वृद्धि होती है।
हरिगोविन्द कुशवाहा का कहना है कि JR 206 धान की फसल ने उन्हें न केवल समय की बचत दी,
बल्कि उत्पादन लागत भी कम कर दी है। वह इस उपलब्धि के लिए
कृषि विज्ञान केंद्र गोविंदनगर का आभार व्यक्त करते हैं और अन्य किसानों को भी इस
उन्नत किस्म को अपनाने की सलाह देते हैं।
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की उन्नत धान की किस्में किसानों को
आत्मनिर्भर बनाने और कृषि क्षेत्र में नवाचार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा
सकती हैं।