नर्मदापुरम जिला एक कृषि प्रधान क्षेत्र है
प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में नर्मदापुरम कृषि के क्षेत्र में योगदान के लिए विशेष पहचान रखता है कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना
जिला स्तरीय किसान विज्ञान मेला सम्पन्न
बमिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन "आत्मा" योजनान्तर्गत जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेला का आयोजन 07 मार्च 2024 को कृषि विज्ञान केन्द्र गोविन्द नगर, परिसर में किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग, द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विधायक पिपरिया ठाकुरदास नागवंशी, कलेक्टर नर्मदापुरम सुश्री सोनिया मीना, निदेशक आईसीएआर अटारी जबलपुर डॉ एसआरके सिंह, उप संचालक कृषि नर्मदापुरम जे आर हेडाऊ, दर्शन सिंह चौधरी, श्री अनिल अग्रवाल अध्यक्ष कृषि विज्ञान केंद्र गोविंद नगर व हजारों किसान बंधु उपस्थित रहे।
नर्मदापुरम जिले की कृषि शक्ति का कीर्तिमान पूरे देश में विद्यमान है:- कलेक्टर
कार्यक्रम में किसान भाइयों एवं बहनों को संबोधित करते हुए कलेक्टर नर्मदापुरम सुश्री सोनिया मीना ने कहा कि जिला नर्मदापुरम के किसान भाइयों बहनों की अथक प्रयास से नर्मदापुरम जिले की कृषि शक्ति का कीर्तिमान पूरे देश में विद्यमान है l मध्यप्रदेश को लगातार कृषि कर्मण अवार्ड दिलाने में जिला नर्मदापुरम का विशेष योगदान है l निरंतर बढ़ रहे प्रदूषण और जलवायु असंतुलन के कारण आने वाला समय प्राकृतिक खेती का होगा। उन्होंने कहा मुझे विश्वास है कि आप सभी किसान भाइयों की मदद से जिला नर्मदापुरम प्राकृतिक कृषि के क्षेत्र में भी देश में अग्रणी होगा। कलेक्टर सुश्री मीना ने कहा है कि मध्य प्रदेश में कृषि और कृषि से संबंधित गतिविधियों पर बहुत से लोगों की आजीविका आधारित है। जिला प्रशासन द्वारा भी कृषि संगठनों से समय-समय पर चर्चा कर के कृषकों को होने वाली समस्याओं का समाधान भी किया जाता है साथ ही साथ यदि कृषि के क्षेत्र में किसी भी प्रकार की कमी आ रही है तो उसके निराकरण के लिए भी जिला प्रशासन सदैव तत्पर रहता है। हमारा प्रयास सदैव यह रहता है कि किसान भाइयों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
उन्होंने कहा है कि यह बहुत हर्ष और गर्व की बात है कि जैविक और प्राकृतिक खेती के क्षेत्र में जिले में नित नए नवाचार हो रहे हैं। उन्होंने कहा इस कृषि विज्ञान मेले के माध्यम से कृषि के क्षेत्र में कृषकों को उन्नत और आधुनिक तकनीक का प्रयोग करने में सुविधा होगी। कलेक्टर द्वारा मेले में विभिन्न स्टालों का अवलोकन किया गया साथ ही मिलेट्स द्वारा निर्मित सॉफ्टी के जायके का भी आनंद उठाया।
हमें अपने आने वाली पीढ़ी को उपजाऊ भूमि देना है:- उप संचालक
उप संचालक कृषि नर्मदापुरम द्वारा कार्यक्रम का परिचय देते हुए बताया गया कि इस मेले का मुख्य उद्देश्य जिले के सभी विकास खंड से आए हुए किसान भाइयों को कृषि की उन्नत तकनीक के संबंध में जागरूक करना है साथ ही संतुलित उर्वरक प्रबंधन के संबंध में जानकारी देते हुए किसानों से अनुरोध किया कि जिस प्रकार उपजाऊ भूमि पूर्वजों द्वारा हमें दी गई है वैसे ही उपजाऊ भूमि हमें अपने आने वाली पीढ़ी को देना है इसके लिए सभी किसान भाई थोड़े-थोड़े क्षेत्र में प्राकृतिक जैविक खेती करना प्रारंभ करें।
पिपरिया विधायक ठाकुरदास नागवंशी द्वारा समस्त किसान भाइयों एवं बहनों को प्राकृतिक तथा जैविक खेती एवं कृषि की नवीन तकनीक के साथ खेती करने के लिए प्रेरित किया गया।
दर्शन सिंह चौधरी द्वारा किसान भाइयों को प्रणाम करते हुए बताया गया कि हमारी खेती ही हमारी संस्कृति है मध्य प्रदेश भी प्राकृतिक खेती की दिशा में बढ़ रहा है। 19वीं सदी ब्रिटेन की थी, 20वीं सदी अमेरिका की है और आप सभी किसान भाइयों के सहयोग से 21वीं सदी भारत की रहेगी
मेला आयोजन का मुख्य उद्देश्य:-
मेले में किसानों को प्राकृतिक खेती के महत्व व संभावनाएँ,
सजीव प्रदर्शनी के माध्यम से फसलों की उन्नत किस्म का प्रदर्शन किया गया, प्राकृतिक खेती, सिंचाई यंत्र, उन्नत कृषि यंत्र, उन्नत बीज एवं उन्नत कृषि यंत्रो का प्रदर्शन किया गया। कृषि के नए तकनीकी आयाम पर कृषि वैज्ञानिको एवं कृषि विशेषज्ञों के द्वारा जानकारी एवं मार्गदर्शन दिया गया, जिसका लाभ मेले में पधारे हजारो किसान बंधुओ ने प्राप्त किया।
तकनिकी सत्र
कृषि विज्ञान केंद्र गोविंद नगर के कृषि वैज्ञानिक डॉ. देवीदास पटेल ने की देसी गाय प्राकृतिक खेती का आधार है गाय से प्राप्त गोबर गोमूत्र से प्राकृतिक खेती मे उपयोग होने वाले घटक जैसे जीवामृत, घन जीवमृत, बीजामृत, नीमस्त्र, दशपार्नी अर्क आदि का निर्माण कर भूमि को सुपोषित किया जाता हैं, प्राकृतिक खेती में अच्छादन के बारे मे विस्तृत जानकारी दी
मेले में कृषकों को किया गया पुरस्कृत:-
आत्मा योजना अंतर्गत विकासखंड स्तरीय सर्वोत्तम कृषक पुरस्कार प्रमाण पत्र वितरण कर 35 किसानों को सम्मानित किया गया l मेला मे लगाई गई प्रदर्शनी में से सर्वोत्तम 3 एवं कुल 35 प्रदर्शनियों को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया तथा कृषि विज्ञान केंद्र गोविंद नगर से प्रशिक्षित किसानों को भी प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।